बचपन और पुस्तक
“आओ चलो कुछ बचपन की यादे ताजा करे”
“बचपन मे पढ़ी पुस्तके आज भी याद आती है
वो अ से अनार वाली पुस्तक आज भी बचपन की याद दिला जाती है”
“बचपन बिता तो पुस्तक बदली
न बदली तो वो बचपन की यादे”
“आओ चलो फिर से याद करे वो बचपन की यादे
फिर पढे वो अ से अनार वो ए बी सी डी वाली किताबे”
“दिल आज खुश हुआ की देखी वो बचपन की किताब
पढ़ी वो किताब तो मानो लौट आई वो बचपन की याद”
By-USMAN
Nice
ReplyDeleteKeep it up
ReplyDeleteNice. Keep it up
ReplyDeleteThanks to all of you
ReplyDeleteNiceu
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